Friday, July 30, 2010


आसमान में बैठा एक काला मेघा,
ऊस मेघ में है किसीका दिल अटका,
दिल की आज़ादी है बरखा।

अधूरी रात,
कहा गई वह बरसात?
पूरी परछाई ।

खूबसूरत अँधेरा,
कभ देखोगे सवेरा?
कभ होनेवाली है वर्षा?
बीथ्गाया एक लम्हा।

कभ आनेवाले है रंगीन फूल?
कभ सुनोगे प्यारी धुन?
वह गगन की खुशबू।

अधूरी कथा पूरी करो,
पूरी कविता लिखो,
तुम जीकेही मरो।

PICTURE FROM THE NET- ( chidi.com )

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